Posts

Showing posts from November, 2025

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Chaachar : 2 : 24

Image
पवित्र बीजक  : प्रग्या बोध : चाचर : 2 :  24 चाचर  : 2 : 24 पुजबे  को  बहु  देव , समुझि  मन  बौरा  हो  !  शब्द  अर्थ  :  पुजबे  = पूजा  करने  ! बहु  = बहुत !  देव  = ईश्वर , भगवान  , देवो  की  मूर्तिया  ! समुझि  = समजो  ! मन  बौरा  हो  = मन  का  पागल  है  !  प्रग्या  बोध  :  परमात्मा  कबीर  चाचर  के  इस  पद  में  कहते  है भाईयों  आप  लोगोने  ने  जो  अपने  देवालय  में  अनेक  देवो  की  अनेक  ईश्वर  की  , अनेक  देवी  देवता  के अवतार  की  मुर्ती  फोटो  लगा  रखी  है  और  विभिन्न  तरह  तरह  के  देवी  देवता  जैसे  मच्छ  कच्छ  वरह  आदी  ब्रह्मा  और  न  जाने  हजारो  अंतहीन...

Mulbhartiya Hindhudharm

Image
#मुलभारतिय_हिन्दूधर्म ! मुलभारतिय  हिन्दूधर्म  के  पुनरूउत्थापक  परमात्मा  कबीर  और  मुलभारतिय  विचार  नेटिवीज्म  और   नेटिव  हिन्दुत्व  विचार  के  पिता  नेटिविस्ट डीडी  राऊत  तथा धर्म  विक्रमादित्य  कबीरसत्व परमहंस    दौलतराम  जगतगुरू नरसिंह मुलभारती , मुलभारतिय  हिन्दुधर्म  विश्वपीठ  , कल्याण  दोनो  के  पुतले  एक  साथ  ! मुलभारतिय  हिन्दूधर्म  का  एकमात्र  धर्म  ग्रंथ  है  परमात्मा  कबीरवाणी  पवित्र  बीजक , कानुन  है  हिन्दू  कोड  बिल  के  कायदे  और  विश्वपीठ  है  मुलभारतिय  हिन्दूधर्म  विश्वपीठ, कल्याण    #दौलतराम  जगतगुरू  #मुलभारतिय_हिन्दूधर्म_विश्वपीठ , कल्याण

Nativist DD Raut

Image
Nativist DD Raut, Father of Nativism and Native Hindutva

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Chaachar : 2 : 23

Image
पवित्र बीजक :  प्रग्या बोध :  चाचर : 2 : 23 चाचर  : 2 : 23 नहाने  को  तीरथ  घना , मन  बौरा  हो  ! शब्द  अर्थ  :  नहाने  = शुद्धी करण  ! तीरथ = धार्मिक  तिर्थ  स्थान  जैसे  प्रयाग  , हरिद्वार आदी  !  घना = बहुत  ! मन  बौरा  हो  = मन  मे  अशंती ,  डर !  प्रग्या  बोध  :  परमात्मा कबीर  चाचर  के  इस  पद  में  कहते है  जो लोग  विदेशी  यूरेशियन  वैदिक ब्राह्मणधर्म के  चंगुल  में  फसे  हुवे  है  उनसे  कोई  पुन्य  का  काम , धर्म  का  काम  होता  नही  वो  ऊलटे  पाप  कर्म  , अधर्म  झूठ  मक्कारी  आदी  मन  को  पीडा  देने  वाले  कार्य  में  फसे  हुवे  होने  के कारण  व्यथित  होते  है  उनहे  मन  में ...